सूत्र :अविशेषापत्तिरुभयोः II6/19
सूत्र संख्या :19
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : बद्ध और मुक्त में अविशेषापत्ति अर्थात् बराबरी प्राप्त होती है क्योंकि जो मुक्तनहीं है वह अब बंधा हुआ है और जो मुक्त हो जाएगा उसको फिर बन्ध प्राप्त हो जायगा।