सूत्र :आवृत्तिस्तत्राप्युत्तरोत्तरयोनियोगाद्धेयः II3/52
सूत्र संख्या :52
व्याख्याकार : स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती
अर्थ : उन ऊपर के और नीचे के देशों में आवृत्ति योग रहता है, अर्थात् जब वहां गए तब सात्विकी वृत्ति रही, और यहां रहे तब वही रजोगुण फिर आ गया और वहां भी छोटी बड़ी जातियां हैं, उनमें जन्म होने से ठीक-ठीक सत्व नहीं रहता, इस वास्ते ऐसा विचार करना सब तरह छोड़ने योग्य हैं। और भी इस पक्ष की पुष्टि करते हैं।