Manu Smriti
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पणं यानं तरे दाप्यं पौरुषोऽर्धपणं तरे ।पादं पशुश्च योषिच्च पादार्धं रिक्तकः पुमान् ।।8/404

 
Commentary by : स्वामी दर्शनानंद जी
नाव द्वारा नदी पार करने का कर इस प्रकार लेवे कि सवारी पर एक पण, बोझ सहित मनुष्य पर आधा पण, स्त्री तथा पशुओं पर चैथाई, पण और बोझ ढोने वाले कुली से पण का आठवाँ भाग।
Commentary by : पण्डित राजवीर शास्त्री जी
नाव से पार उतारने में खाली गाड़ी का एक पण किराया ले एक पुरूष द्वारा ढोये जाने वाले भार पर आधा पण किराया ले और पशु आदि को पार करने में चैथाई पण तथा स्त्री और खाली मनुष्य से एक पण का आठवाँ भाग किराया लेवे ।
Commentary by : पण्डित गंगा प्रसाद उपाध्याय
(तरे) पुल पर गाड़ी का महसूल एक पण, मनुष्य का आधा पण, पशु और स्त्री का चौथाई पण, खाली आदमी का आधा पण।
 
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