Commentary by : पण्डित राजवीर शास्त्री जी
मनुष्यों और पशुओं पर दुःख देने के लिये दण्ड से प्रहार करने पर जैसा - जैसा अधिक कष्ट हो उसी के अनुसार अधिक - कम दण्ड करे ।
Commentary by : पण्डित चन्द्रमणि विद्यालंकार
एवं, मनुष्यों या पशुओं को पीड़ित करने के लिए प्रहार करने पर, उन्हें जैसे-जैसे बड़ा कष्ट पहुंचे, तदनुसार वैसे वैसे उस प्रहारकर्ता को न्यूनाधिक दण्ड दे।