Manu Smriti
 HOME >> SHLOK >> COMMENTARY
एष दण्डविधिः प्रोक्तो वाक्पारुष्यस्य तत्त्वतः ।अत ऊर्ध्वं प्रवक्ष्यामि दण्डपारुष्यनिर्णयम् ।।8/278

 
Commentary by : स्वामी दर्शनानंद जी
यह कठोर भाषण व अपशब्द विषयक दण्ड विधि का यथार्थ तथा वर्णन किया। अब तत्पश्चात् मार-पीट विषयक दण्ड विधान को कहते हैं कि -
Commentary by : पण्डित राजवीर शास्त्री जी
यह ठीक - ठीक कठोर वचन या दुष्ट वचन बोलने का दण्डविधान कहा इसके पश्चात् अब कठोर दंडमारना अथवा दंडे से कठोरतापूर्वक मारपीट करने पर निर्णय को कहूंगा ।
Commentary by : पण्डित चन्द्रमणि विद्यालंकार
यह यथार्थरूप से वाणी की कठोरता का दण्डविधान बतलाया गया। अब, इसके आगे मार-पीट के सम्बन्ध में व्यवस्था कही जाती है।
Commentary by : पण्डित गंगा प्रसाद उपाध्याय
इतना तो गाली देने के विषय में विधान किया गया, अब मार-पीट का विषय लिया जाता है।
 
NAME  * :
Comments  * :
POST YOUR COMMENTS