Commentary by : पण्डित राजवीर शास्त्री जी
सत्य बोलने से साक्षी पवित्र होता और सत्य ही बोलने से धर्म बढ़ता है इस से सब वर्णों में साक्षियों को सत्य ही बोलना योग्य है ।
(स० प्र० षष्ठ समु०)
Commentary by : पण्डित चन्द्रमणि विद्यालंकार
‘‘देखो, सच बोलने से साक्षी पवित्र होता है, और सच बोलने से धर्म की वृद्धि होती है। इसलिए सभी वर्णों में साक्षियों को सदा सत्य ही बोलना चाहिए।’’
Commentary by : पण्डित गंगा प्रसाद उपाध्याय
सत्य ये साक्षी पवित्र हो जाता है । सत्य से धर्म बढता है। इसलिये सब वर्णो में गवाहो को सच ही बोलना चाहिए