Commentary by : पण्डित राजवीर शास्त्री जी
. निम्नस्तर के नौकर को कम से कम एक पण और ऊंचे स्तर के भृत्य को छः पण वेतन प्रतिदिन देना चाहिए तथा उन्हें प्रति छः महीने पर ओढ़ने पहरने के वस्त्र और एक महीने में एक द्रोण (६४ सेर) धान्य - अन्न, देना चाहिए ।
Commentary by : पण्डित गंगा प्रसाद उपाध्याय
(अपकृष्टय) छोटे नौकर को (पण वेतनम देयः) एक पग मजदूरी दे । (उत्कृष्टय षट) बडे को छ पण । (तथा षाण्मासिक छाद) महीने मे सक दो्रण अनाज ।