कुण्डली को सत्य मानने वालों से कुछ प्रश्न
१. कुण्डली से जीवन के सम्बन्ध में ज्ञान कैसे होगा यह युक्ति से सिद्ध कीजिये ?
२. कुंडली का विधान अथवा संकेत किसी वेदशास्त्र में हो तो प्रमाण दीजिये ?
३. कुंडली का कर्म सिद्धांत से क्या सम्बन्ध है सप्रमाण बताइये ?
४ जन्म कुंडली से जीवन का ज्ञान होता है अथवा चन्द्र कुंडली से और क्यों ? यदि दोनों में परस्पर विरोध हो तो किसको मानें और किसको नहीं ?
५. कुंडली के अनुसार मनुष्य की १२० वर्ष ही होती है। प्रत्यक्ष में देखा जाता है कि एक सौ बीस वर्ष से अधिक आयु वाले होते हैं। क्या प्रत्यक्ष भी मित्थ्या है ?
६. पति पत्नी की संतान रेखाएं एक समान क्यों नहीं होती ? क्योकि दोनों की वही संतान है ? क्या इससे जन्मकुण्डली मित्थ्या सिद्ध नहीं होती ?
७. अशुद्ध कुण्डली से वास्तविक जीवन का ज्ञान क्यों हुआ ?
८. अशुद्ध कुण्डली से वास्तविक जीवन का ज्ञान क्यों हुआ ?
९. मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र है अथवा परतंत्र ? यदी स्वतंत्र है तो कुंडली को देखने की क्या आवश्यकता है ? यदि परतंत्र है तो भी देखने की आवश्यकता ही नहीं