इस्लाम का भविष्य क्या होगा ?

the future of islam

इस्लाम का भविष्य क्या होगा ?

लेखक – सत्यवादी 

मुसलमान अक्सर अपनी बढ़ती जनसंख्या की डींगें मारते रहते है .और घमंड से कहते हैं कि आज तो हमारे 53 देश हैं .आगे चलकर इनकी संख्या और बढ़ेगी .इस्लाम दुनिया भर में फ़ैल जायेगा .विश्व ने जितने भी धर्म स्थापक हुए हैं ,सभी ने अपने मत के बढ़ने की कामना की है .लेकिन मुहम्मद एकमात्र व्यक्ति था जिसने इस्लाम के विभाजन ,तुकडे हो जाने और सिमट जाने की पहिले से ही भविष्यवाणी कर दी थी .यह बात सभी प्रमाणिक हदीसों में मौजूद है .

यदि कोई इन हदीसों को झूठ कहता है ,तो उसे मुहम्मद को झूठ साबित करना पड़ेगा .क्योंकि यह इस्लाम के भविष्य के बारे में है .सभी जानते हैं कि किसी आदर्श ,या नैतिकता के आधार पर नहीं बल्कि तलवार के जोर पर और आतंक से फैला है .इस्लाम कि बुनियाद खून से भरी है .और कमजोर है .मुहम्मद यह जानता था .कुरान में साफ लिखा है –

1-इस्लाम की बुनियाद कमजोर है
कुछ ऐसे मुसलमान हैं ,जिन्होंने मस्जिदें इस लिए बनायीं है ,कि लोगों को नुकसान पहुंचाएं ,और मस्जिदों को कुफ्र करने वालों के लिए घात लगाने और छुपाने का स्थान बनाएं .यह ऐसे लोग हैं ,जिन्होंने अपनी ईमारत (इस्लाम )की बुनियाद किसी खाई के खोखले कगार पर बनायीं है ,जो जल्द ही गिरने के करीब है .फिर जल्द ही यह लोग जहन्नम की आग में गिर जायेंगे “सूरा -अत तौबा 9 :108 और 109

2 –इस्लाम से पहिले विश्व में शांति थी .यद्यपि इस्लाम से पूर्व भी अरब आपस में मारकाट किया करते थे ,लेकिन जब वह मुसलमान बन गए तो और भी हिंसक और उग्र बन गए .जैसे जैसे उनकी संख्या बढ़ती गयी उनका आपसी मनमुटाव और विवाद भी बढ़ाते गए .वे सिर्फ जिहाद में मिलने वाले माल के लिए एकजुट हो जाते थे .फिर किसी न किसी बात पर फिर लड़ने लगते थे ,शिया सुनी विवाद इसका प्रमाण है .
इसके बारे में मुहमद के दामाद हजरत अली ने अपने एक पत्र में मुआविया को जो लिखा है उसका अरबी के साथ हिंदी और अंगरेजी अनुवाद दिया जा रहा है –

3 –हजरत अली का मुआविया को पत्र
हजरत अली का यह पत्र संख्या 64 है उनकी किताब” नहजुल बलाग “में मौजूद है .
http://www.imamalinet.net/EN/nahj/nahj.htm

यह बात बिलकुल सत्य है कि,इस्लाम से पहिले हम सब एक थे .और अरब में सबके साथ मिल कर शांति से रह रहे थे .तुमने (मुआविया )महसूस किया होगा कि ,जैसे ही इस्लाम का उदय हुआ ,लोगों में फूट और मनमुटाव बढ़ाते गए .इसका कारण यह है ,कि एक तरफ हम लोगों को शांति का सन्देश देते रहे ,और दूसरी तरफ तुम मुनाफिक(Hypocryt )ही बने रहे ,और इस्लाम के नाम पर पाखंड और मनमर्जी चलाते रहे.तुमने अपने पत्र में मुझे तल्हा और जुबैर की हत्या का आरोपी कहा है .मुझे उस पर कोई सफ़ाई देने की जरुरत नहीं है .लेकिन तुमने आयशा के साथ मिलकर मुझे मदीना से कूफा और बसरा जाने पर विवश कर दिया ,तुमने जो भी आरोप लगाये हैं ,निराधार है ,और मैं किसी से भी माफ़ी नहीं मांगूंगा “
मुआविया के पत्र का हजरत अली का मुआविया को जवाब -नहजुल बलाग -पत्र संख्या 64

ومن كتاب له عليه السلام
كتبه إلى معاوية، جواباً عن كتاب منه
أَمَّا بَعْدُ، فَإِنَّا كُنَّا نَحْنُ وَأَنْتُمْ عَلَى مَا ذَكَرْتَ مِنَ الاَُْلْفَةِ وَالْجَمَاعَةِ، فَفَرَّقَ بيْنَنَا وَبَيْنَكُمْ أَمْسِ أَنَّا آمَنَّا وَكَفَرْتُمْ، وَالْيَوْمَ أَنَّا اسْتَقَمْنَا وَفُتِنْتُمْ، وَمَا أَسْلَمَ مُسْلِمُكُمْ إِلاَّ كَرْهاً وَبَعْدَ أَنْ كَانَ أَنْفُ الاِِْسْلاَمِكُلُّهُ لِرَسُولِ اللهِ صلى الله عليه وآله حرباً
وَذَكَرْتَ أَنِّي قَتَلْتُ طَلْحَةَ وَالزُّبَيْرَ، وَشَرَّدْتُ بِعَائِشَةَ وَنَزَلْتُ بَيْنَ الْمِصْرَيْنِ وَذلِكَ أَمْرٌ غِبْتَ عَنْهُ، فَلاَ عَلَيْكَ، وَلاَ الْعُذْرُ فِيهِ إِلَيْكَ
[ A reply to Mu’awiya’s letter. ]
It is correct as you say that in pre-Islamic days we were united and at peace with each other. But have you realized that dissensions and disunity between us started with the dawn of Islam. The reason was that we accepted and preached Islam and you remained heathen. The condition now is that we are faithful and staunch followers of Islam and you have revolted against it. Even your original acceptance was not sincere, it was simple hypocrisy. When you saw that all the big people of Arabia had embraced Islam and had gathered under the banner of the Holy Prophet (s) you also walked in (after the Fall of Makkah.)
In your letter you have falsely accused me of killing Talha and Zubayr, driving Ummul Mu’minin Aisha from her home at Madina and choosing Kufa and Basra as my residence. Even if all that you say against me is correct you have nothing to do with them, you are not harmed by these incidents and I have not to apologize to you for any of them.
4 –इस्लाम का विभाजन
इस्लाम के पूर्व से ही अरब के लोग दूसरों को लूटने और आपसी शत्रुता के कारण लड़ते रहते थे .लेकिन मुसलमान बन जाने पर उनको लड़ने और हत्याएं करने के लिए धार्मिक आधार मिल गया .वह अक्सर अपने विरोधियों को मुशरिक ,मुनाफिक और काफ़िर तक कहने लगे और खुद को सच्चा मुसलमान बताने लगे .और अपने हरेक कुकर्मों को कुरान की किसी भी आयत या किसी भी हदीस का हवाला देकर जायज बताने लगे .धीमे धीमे सत्ता का विवाद धार्मिक रूप धारण करता गया .मुहम्मद की मौत के बाद ही यह विवाद इतना उग्र हो गया की मुसलमानों ने ही मुहम्मद के दामाद अली ,और उनके पुत्र हसन हुसैन को परिवार सहित क़त्ल कर दिया .उसके बाद ही इस्लाम के टुकडे होना शुरू हो गए .जिसके बारे में खुद मुहम्मद ने भविष्यवाणी की थी .-
अबू हुरैरा ने कहा कि,रसूल ने कहा था कि यहूदी और ईसाई तो 72 फिरकों में बँट जायेंगे ,लेकिन मेरी उम्मत 73 फिरकों में बँट जाएगी ,और सब आपस में युद्ध करेंगे “अबू दाऊद-जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4579
अबू अमीर हौजानी ने कहा कि ,रसूल ने मुआविया बिन अबू सुफ़यान के सामने कहा कि ,अहले किताब (यहूदी ,ईसाई ) के 72 फिरके हो जायेंगे ,और मेरी उम्मत के 73 फिरके हो जायेंगे ..और उन में से 72 फिरके बर्बाद हो जायेंगे और जहन्नम में चले जायेंगे .सिर्फ एक ही फिरका बाकी रहेगा ,जो जन्नत में जायेगा “अबू दाऊद -जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4580 .
अबू हुरैरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,ईमान के 72 से अधिक टुकडे हो जायेंगे ,और मुसलमानों में ऐसी फूट पड़ जाएगी कि वे एक दुसरे कीहत्याएं करेंगे .”
अबू दाऊद -जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4744 .
अरफजः ने कहा कि मैं ने रसूल से सुना है ,कि इस्लाम में इतना बिगाड़ हो जायेगा कि ,मुसलमान एक दुसरे के दुश्मन बन जायेंगे ,और तलवार लेकर एक दुसरे को क़त्ल करेंगे “अबू दाऊद -जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4153 .
सईदुल खुदरी और अनस बिन मालिक ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,पाहिले तो मुसलमान इकट्ठे हो जायेंगे ,लेकिन जल्द ही उनमें फूट पड़ जाएगी .जो इतनी उग्र हो जाएगी कि वे जानवरों से बदतर बन जायेगे .फिर केवल वही कौम सुख से जिन्दा रह सकेगी जो इनको इन को ( नकली मुसलमानों )को क़त्ल कर देगी .फिर अनस ने रसूल से उस कौम की निशानी पूछी जो कामयाब होगी .तो रसुलने बताया कि,उस कौम के लोगों के सर मुंडे हुए होंगे .और वे पूरब से आयेंगे “अबू दाऊद-जिल्द 3 किताब 40 हदीस 4747 .
5 –इस्लाम के प्रमुख फिरके
आमतौर पर लोग मुसलमानों के दो ही फिरकों शिया और सुन्नी के बारे में ही सुनते रहते है ,लेकिन इनमे भी कई फिरके है .इसके आलावा कुछ ऐसे भी फिरके है ,जो इन दौनों से अलग है .इन सभी के विचारों और मान्यताओं में इतना विरोध है की यह एक दूसरे को काफ़िर तक कह देते हैं .और इनकी मस्जिदें जला देते है .और लोगों को क़त्ल कर देते है .शिया लोग तो मुहर्रम के समय सुन्नियों के खलीफाओं ,सहबियों ,और मुहम्मद की पत्नियों आयशा और हफ्शा को खुले आम गलियां देते है .इसे तबर्रा कहा जाता है .इसके बारे में अलग से बताया जायेगा .
सुन्नियों के फिरके -हनफी ,शाफई,मलिकी ,हम्बली ,सूफी ,वहाबी ,देवबंदी ,बरेलवी ,सलफी,अहले हदीस .आदि –
शियाओं के फिरके -इशना अशरी ,जाफरी ,जैदी ,इस्माइली ,बोहरा ,दाऊदी ,खोजा ,द्रुज आदि
अन्य फिरके -अहमदिया ,कादियानी ,खारजी ,कुर्द ,और बहाई अदि
इन सब में इतना अंतर है की ,यह एक दुसरे की मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ते .और एक दुसरे की हदीसों को मानते है .सबके नमाज पढ़ने का तरीका ,अजान ,सब अलग है .इनमे एकता असंभव है .संख्या कम होने के से यह शांत रहते हैं ,लेकिन इन्हें जब भी मौका मिलाता है यह उत्पात जरुर करते हैं .
6 –इस्लाम अपने बिल में घुस जायेगा
मुहम्मद ने खुद ही इस्लाम की तुलना एक विषैले नाग से की है .इसमे कोई दो राय नहीं है .सब जानते हैं कि यह इस्लामी जहरीला नाग कितने देशों को डस चुका है .और भारत कि तरफ भी अपना फन फैलाकर फुसकार रहा है .लेकिन हम हिन्दू इतने मुर्ख हैं कि सेकुलरिज्म ,के नामपर ,और झूठे भाईचारे के बहाने इस इस्लामी नाग को दूध पिला रहे हैं .और तुष्टिकरण की नीतियों को अपना कर आराम से सो रहे है .आज इस बात की जरुरत है की ,हम सब मिल कर मुहम्मद की इस भविष्यवाणी को सच्चा साबित करदें ,जो उसने इन हदीसों में की थीं .-
अबू हुरैरा ने कहा की ,रसूल ने कहा कि,निश्चय ही एक दिन इस्लाम सारे विश्व से निकल कर कर मदीना में में सिमट जायेगा .जैसे एक सांप घूमफिर कर वापिस अपने बिल में घुस जाता है बुखारी -जिल्द 3 किताब 30 हदीस 100 .
अब्दुल्ला बिन अम्र बिन यासर ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ,जल्द ही एक ऐसा समत आयेगा कि जब लोग कुरान तो पढेंगे ,लेकिन कुरान उनके गले से आगे कंधे से निचे नहीं उतरेगी.और इस्लाम का कहीं कोई निशान नहीं दिखाई देगा “
बुखारी -जिल्द 9 किताब 84 हदीस 65
अबू हुरैरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा है कि ,इस्लाम सिर्फ दो मस्जिदों (मक्का और मदीना )के बीच इस तरह से रेंगता रहेगा जैसे कोई सांप इधर उधर दो बिलों के बीच में रेंगता है “
सही मुस्लिम -किताब 1 हदीस 270 .
इब्ने उमर ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि ऐसा निकट भविष्य में होना निश्चय है ,कि इस्लाम और ईमान दुनिया से निकलकर वापस मदीने में इस तरह से घुस जायेगा ,जैसे कोई विषैला सांप मुड़कर अपने ही बिल में घुस जाता है “
सही मुस्लिम -किताब 1 हदीस 271 और 272 .
अब हम देखते हैं कि मुसलमान इन हदीसों को झूठ कैसे साबित करते है . आज लीबिया ,यमन और दूसरे इस्लामी देशों में जो कुछ हो रहा है ,उसे देखते हुए यही प्रतीत होता है कि मुहम्मद साहिब की यह हदीसें एक दिन सच हो जायेगीं ,जिनमे इस्लाम के पतन और विखंडन की भविष्यवाणी की गयी है .!

http://www.faithfreedom.org/oped/AbulKasen50920.htm

 

38 thoughts on “इस्लाम का भविष्य क्या होगा ?”

    1. न आ खान साहब
      जी बात ऐसा है की जो चोर होते हैं उन्हें दूसरा चोर ही नज़र आते है | यदि आप समझदार होगे तो आप यह बात समझ जाओगे की मैंने ऐसा क्यों बोला ? अब आये हमने जो लेख डाला है जी वह आपके कुरआन हदीस सब से पढ़कर डाला है जी और साथ में हमने किस जगह पढ़ा यह भी आपको लेख में जानकारी दी | जब आपके कुरआन हदस इत्यादि में वही सब लिखा है और उसी से प्रमाण दिया है तो हम आपके (कमीना ) फुल सब्द के हकदार नहीं जनाब यह तो आपके नबी होंगे जिन्होंने ऐसा लिखा हम तो बस उनकी बात को लोगो तक रखा है इस हिसाब से यह (कमीना) सब्द यदि आप अपने नबी को देंगे तो अच्छा रहेगा मगर कुरआन में अपने नबी पर ईमान लाने की बात कही गयी है | फिर आप अपने नबी पर ऐसा कैसे बोल सकते हैं हम तो आपके नबी को बहुत सम्मान देते हैं और उन्होंने जैसा दिया प्रमाण वैसा हमने पेश किया है जी | आप क्या सच्चा मुस्लिम हैं जी ? मेरे हिसाब से नहीं जी | यदि होते तो आप कुरआन पर ईमान लाते | कुरआन में कहाँ लिखा है (कमीना) फुल सब्द से लोगो को स्वागत की जाए थोडा हमें उस आयत और सूरा को कुरआन से बतलाना देना जी जिसमे बोला गया हो की मधुर वाणी (कमीना. गाली , गुस्सा करो ) इत्यादी से स्वागत करो | हमें आपसे उम्मीद रहेगा की आप हमारे सवाल का जवाब देंगे की गाली करना और गुस्सा करना | यह आयत कुरआन से जरुर देना जी |
      आपकी जवाब की प्रतीक्षा में |
      धन्यवाद जी आपका |

        1. हाँ इतिहास कैसा है ये तो पता है

          जहाँ औरतों को इंसानों की खरीद फरोख्त जायज हो
          लुटना जिनका काम वो उनको इतिहास कैसा होगा दीखता है

          1. हां वहां पर पहले काफिर रहते थे जो औरतों की खरीद फरोख्त किया करते थे लड़कियों को जिंदा दफन कर रहे थे किसी औरत का पति मर जाता था तो उसे भी मार देते थे फिर मक्का में सरकार एक दोआलम का जहुर हुआ फिर काफिर मिट गये और पूरी दुनिया में इस्लाम का डंका बजा
            और आज एक बार फिर से काफिर अपने चरम सीमा पर है जल्द ही ईमाम मेहंदी और ईसा मसीह का जहूर होगा और पूरी दुनिया से काफिर मिट जायेंगे

            1. Ha jabhi to quran me likha hai stree ki kharid farok par unhe bechne ko aur vaishya banane ko lutne ko marne ko chadi aur kodo se pathar se aur logo ko marne ke liye bhi likha hai kya koi god jo logo ko banata hai vo hi marne ko kahega to fir usme shanti ki baat kyo ki jab hinsa hi karni thi insaan aur janwar se khud hi socho aur islam aur mohammad ke bare me bhavishya malika me likha hai jarur padhe google par mil jayega bas search kare –bhavishya malika me islam ka shuru aur ant kab hoga ) ab ise burai ke easte islam ko chod do aur jano islam ke bare me bhavishya malika me jarur padhe aur ex muslim jafar ,sahil,aur sachwala ki video dekhe aur unse debate bhi kare ve apko aur achi tarah samjha dege

      1. amit roy
        कृपया पहले पूरा कॉमेंट पड़ ले और वेदों से relaited बातों को जांच ले ।
        पहले अपनी जबान संभाल कर बातकर , पास होता तो तेरी इस गुस्ताखी की हसर बहुत बुरा होता लेकिन ईश्वर (अल्लाह) देख रहा है । तेरी इस बदजुबानी की ऐसी खतरनाक सजा देगा जो तेरी रूह काँप जायेगी। जिस शख्सियत के बारे मे बात कर रहा है । वो सारे इंसानियत के लिए सबसे अच्छे उदाहरण है। पहले तू खुद के धर्म के बारे मे ज्ञान हासिल कर ले । साला, तुझे तो गीता और रामायण से आगे कुछ मालूम ही नही होगा वेद और उपनिषद् मे देख ले हर जगह मूर्ति पूजा का विरोध किया गया है।
        न तस्य प्रतिमा अस्ति। उस इस्वर की कोई प्रतिमा , मूर्ति नही है । और ऋग्वेद और यजुर्वेद मे देख ले लिखा है । #सत्य एक है इस्वर एक दूसरा नही है नही है जरा भी नही है# साले 33 करोड़ भगवान कहा से आ गए । वेद मे लिखा है जो मानव ईश्वर की बनाई हुई चीज़ों की पूजा करता हैं वो अंधकार मे ज रहा है । तुझे बहुत से ज्ञान दे सकता हु समझा। गवांर ,अनपढ़ तु । कल्कि पुराण और भविष्य पुराण भी पढ़ ले । उससे तुझे ईश्वर के आखिरी संदेष्टा के बारे पता चल जायेगा । और उसका खूबियां हज़रत मुहम्मद (स.व.) क खूबियां से देखना पता चल जयेगा।
        ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे।
        धन्यबाद।

        1. Bhavishya puraan asal wali Bina Zakir Nayak dwara bataye ya Patti padhaye hue sanskaran se padhiye to sachchai Apne aap samne aa jaayegi jiske Mutabik Raja Bhoj ke Pooja krne par Marusthal me Shivji prakat hote hai aur unhe MAHAMADA (Muhammad sahab) ki satyata se avgat karate hai ye Kehkar ki Bahut samay poorva Jis Tripurasur Namak Anek mayavi pravrattiyo se paripurn jis RAKSHAS ka unhone vadh kr diya tha wo ab punah MAHAMAD Naam se Raja Bali ka sangrakshan prapt krke is paavan Dhara Ko ek Baar fir dooshit krne aa Raha hai Jo is Sansaar ka Sabse bhrast va kroor Dharm banayega jo ek paishachya Sanskriti Ko manane Wale honge….. Aur bhi vistrat jankari chahiye is baare me to Bhavishya puraan ka adhyayan swayam kare Bina kisi anya Jaahil,anpadh ya budhdhiheen vyakti jaise Zakir,Jarjis aur Abdullah Chaturvedi ke dwara pesh kiye anargal aur niradhar tathyo ko sunkar va samajhkar
          Aasha krta hu Ise padhne aur samajhne ke uprant hi Aap jawab denge
          Ishwar Aapko satya Ko sweekarne va uska samarthan krne ki Shakti pradaan kare… Aapko nishchit hi sadbudhdhi de….
          DHANYAVAD… Jai Hind

        2. maine padhe hai ved upnishad aur puran , poocho kya poochta hai insaniyat Muhammad ki, kyu nhi print karwate ho quran hindi me hume bhi to pata lage kya likha hai quraaaaaaaannn me

        3. Beta jii pahli baat ved ka nichor hai bhagwadgita dusri baat pratima pujan ka vidhan humare vedo mein hai samjha adhura sloka bolkar logo ko chutiya mat bana

        4. Ane chutiye katuve. Tujhe sanatan dharm ke baare me kuchh nhi pta. Yha ishwar ke anadi ,Anant aur sakar sabhi rupon ki pooja ki jaati hai. Tum jaise jahilon ko kya pta hoga. Chalti dharti wale gadhon

  1. Very good you are right .ishlam is not religion ..only fight ech other. I am happy because I am hindu from sanatan. .dil h hindushtani

    1. pradeep singh
      कृपया पहले पूरा कॉमेंट पड़ ले और वेदों से relaited बातों को जांच ले ।
      पहले अपनी जबान संभाल कर बातकर , पास होता तो तेरी इस गुस्ताखी की हसर बहुत बुरा होता लेकिन ईश्वर (अल्लाह) देख रहा है । तेरी इस बदजुबानी की ऐसी खतरनाक सजा देगा जो तेरी रूह काँप जायेगी। जिस शख्सियत के बारे मे बात कर रहा है । वो सारे इंसानियत के लिए सबसे अच्छे उदाहरण है। पहले तू खुद के धर्म के बारे मे ज्ञान हासिल कर ले । साला, तुझे तो गीता और रामायण से आगे कुछ मालूम ही नही होगा वेद और उपनिषद् मे देख ले हर जगह मूर्ति पूजा का विरोध किया गया है।
      न तस्य प्रतिमा अस्ति। उस इस्वर की कोई प्रतिमा , मूर्ति नही है । और ऋग्वेद और यजुर्वेद मे देख ले लिखा है । #सत्य एक है इस्वर एक दूसरा नही है नही है जरा भी नही है# साले 33 करोड़ भगवान कहा से आ गए । वेद मे लिखा है जो मानव ईश्वर की बनाई हुई चीज़ों की पूजा करता हैं वो अंधकार मे ज रहा है । तुझे बहुत से ज्ञान दे सकता हु समझा। गवांर ,अनपढ़ तु । कल्कि पुराण और भविष्य पुराण भी पढ़ ले । उससे तुझे ईश्वर के आखिरी संदेष्टा के बारे पता चल जायेगा । और उसका खूबियां हज़रत मुहम्मद (स.व.) क खूबियां से देखना पता चल जयेगा।
      ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे।
      धन्यबाद।

      1. Yahi to pata nhi tujhe 33 crore nahi likha hota h kahi , 33 koti devta likha hota hai jiska means 33 roop ya 33 prakar ke dev hai , manbuddh islam

      2. न तस्य प्रतिमा अस्ती इसका मतलब यह है कि उसके जैसा महान कोई नहीं . असल में यहा पे इंद्र का उल्लेख किया जा रहा है संस्कृत में बहुत से शब्दों के 2 मतलब होते हैं जैसे प्रतिमा , . प्रतिमा का मतलब मूर्ति और महान दोनो होते हैं यहां पर इंद्र की महानता को दर्शाया जा रहा है तू अपना जाकिर नायक वाला नकली व्हाट्सएप ज्ञान पेलने आ गया

      3. Abe lawde 33 carore nhi 33 koti ke devi devta he sale chpti dharti wale😂😂😂 aasmani kitab ke aage bhi duniya he

  2. Amit Roy ki maa e*****hai jo apna gussa is blog me nikal raha hai Kya pata iski bahan ko dushre dharm *********, tumhare dhukh me ham shath hai, is rand ke aulad ko “bhagwan sadbudhi de”.

  3. Aryamantavya,
    कृपया पहले पूरा कॉमेंट पड़ ले और वेदों से relaited बातों को जांच ले ।
    पहले अपनी जबान संभाल कर बातकर , पास होता तो तेरी इस गुस्ताखी की हसर बहुत बुरा होता लेकिन ईश्वर (अल्लाह) देख रहा है । तेरी इस बदजुबानी की ऐसी खतरनाक सजा देगा जो तेरी रूह काँप जायेगी। जिस शख्सियत के बारे मे बात कर रहा है । वो सारे इंसानियत के लिए सबसे अच्छे उदाहरण है। पहले तू खुद के धर्म के बारे मे ज्ञान हासिल कर ले । साला, तुझे तो गीता और रामायण से आगे कुछ मालूम ही नही होगा वेद और उपनिषद् मे देख ले हर जगह मूर्ति पूजा का विरोध किया गया है।
    न तस्य प्रतिमा अस्ति। उस इस्वर की कोई प्रतिमा , मूर्ति नही है । और ऋग्वेद और यजुर्वेद मे देख ले लिखा है । #सत्य एक है इस्वर एक दूसरा नही है नही है जरा भी नही है# साले 33 करोड़ भगवान कहा से आ गए । वेद मे लिखा है जो मानव ईश्वर की बनाई हुई चीज़ों की पूजा करता हैं वो अंधकार मे ज रहा है । तुझे बहुत से ज्ञान दे सकता हु समझा। गवांर ,अनपढ़ तु । कल्कि पुराण और भविष्य पुराण भी पढ़ ले । उससे तुझे ईश्वर के आखिरी संदेष्टा के बारे पता चल जायेगा । और उसका खूबियां हज़रत मुहम्मद (स.व.) क खूबियां से देखना पता चल जयेगा।
    ईश्वर आपको सद्बुद्धि दे।
    धन्यबाद।

    1. hahahhahah

      33 karor kahan padh liye bhai tumne

      padh to lete

      aur kitne gareeb ho quran ki bat sabhit karne ke liye hunduon ke dharm granthon ka sahara lena pad rah ahia

      🙂

  4. जनाब भविष्य पुराण पड़ोगे तो जानोगे की मुहम्मद पैगम्बर त्रिपुरासुर का अगला जन्म था। उसने कहा था में ऐसा धर्म चलाऊंगा जो सर्वभक्षी , अधर्मी , नरसंहार करने वाले होंगे अगर यकीन ना हो तो एक बार पड़ लो मेरे भाई। इसमे लिखा एक भी शब्द मेरा खुद का नही है जिस भविस्य पुराण की आप दुहाई दे रहे हो उसी में लिखा है। तुम भी पहले हिन्दू ही थे हालांकि तुम ये कभी नही मानोगे क्योंकि आपके अंदर मुस्लिम इस कदर बस चुका है कि अब उभरना मुश्किल है। कुरान उस(ईश्वर) अल्लाह की शिक्षा नही हो सकती । कत्लेआम जिहाद के नाम पे करना आज आम बात हो गयी है। सत्य सबके सामने सबके अंदर है पर वही समझ पायेगा जिसको खुद(ईश्वर) समझना चाहेगा।

    1. Bhai you bhi iswer keval is Lia ki log islam ko apnaye talwar ka Sahara nhi lega…kuki Muhammad to allah ka sandeswahak the vo logo ko samjha kar bi islam ma convert kar sakte the ….but ye to khud hi talwar ka bal par logo ka katleaam karne lage….
      Boudh to ak maharaja ka putra the vo chahte to sabko talwar ki nok par convert kar dete boudh dharm ma
      ….
      Aur vaise bhi Muhammad se pahle Jo 124000
      Pagamber aaye unka islam ma kya yogdan hi ye kab kha va kis time paida hua the….😱
      Ager Muhammad ne allah ko dekha to iswer ko nirakar ku.kha……
      Ager Muhammad ko Quran ki aayete jibrail fariste ne utare to ak sath ku nhi….alag alag time va jagah par ku …..
      Allah ne Muhammad ko ku Quran nhi di……
      Kya Muhammad ko khadija Jo uski maa ki umra ki the usse sadi jayaj tha….
      Kya aayesa se Jo daughter ka age ki the usse sadi jayaj tha………💆👥

  5. जब मुस्लिम इस दुनिया में नहीं रहेंगे तो दुनिया ही खत्म
    ये लेख लिखने वाले तुझे कुछ भी पता नहीं इस्लाम के बारे में
    और तू जो आज बुतपरस्ती करता है तुझे एक दिन इसकी ही गांड में घुसा दिया जाएगा तुझको किसी बुजुर्ग (मुहम्मद)का नाम तमीज से नहीं सिखाया किसी ने और ये जो सारी कायनात बनी ये भी नबी के सदके में बनी है

    1. Kya hajar Al aswad But parasti naheen hai ?

      Kya aapke hujur usko naheen chumate the ?
      kya ab haz ko jane wale bosa naheen lete hein ?

      ye but parasti naheen to kya hai

  6. न तस्य प्रतिमा अस्ती इसका मतलब यह है कि उसके जैसा महान कोई नहीं . असल में यहा पे इंद्र का उल्लेख किया जा रहा है संस्कृत में बहुत से शब्दों के 2 मतलब होते हैं जैसे प्रतिमा , . प्रतिमा का मतलब मूर्ति और महान दोनो होते हैं यहां पर इंद्र की महानता को दर्शाया जा रहा है तू अपना जाकिर नायक वाला नकली व्हाट्सएप ज्ञान पेलने आ गया

  7. Boss Lena but parasti nhi hai but parasti Ka MATLAB hai ki tum use khuda Mano aur buto se dua Karo Jo but Apne upar bati hui makhkhi nhi bhaga Sakta khak wo tumhari madd kare ga hjre aswad ek patthr ke sewa Kuch nhi wo khuda nhi hai

  8. Kifiron agar kudko nahi find Sakta to go kaise Knox payega God gifted Kitano Mai Kaya hai bas uska Saida kk Allah rabuliggat me Kiran Mai farms diye to Katie hai wo Kiran Ko Sanath nahi payega
    Aur life Mai rasta chala gayega Allah farmacia hai hidayat wo paya zise hidayat deta hai(by rasalat wo radio ke jerye)

  9. Beta jii pahli baat ved ka nichor hai bhagwadgita dusri baat pratima pujan ka vidhan humare vedo mein hai samjha adhura sloka bolkar logo ko chutiya mat bana

    1. Please let me know you opinion about below bible verse

      Luke 19:27
      But as for these enemies of mine, who did not want me to reign over them, bring them here and slaughter them before me.’”

  10. [16/07, 9:17 pm] puja: YV32:1

    तदेवा अग्नि तद् आदित्य तद् वायुः तद् तु चन्द्रमाः तदेव शुक्रं तद् ब्रम्ह ताऽआपः स प्रजापतिः ||

    अग्नि है वह, आदित्य है वह, वायु (देव) है वह, और चन्द्रमा (चन्द्र देव) है वह | वह ही शुक्र है, जल है, ब्रम्ह है और वह ही प्रजापति है ।

    YV32:2

    सर्वे निमेशा जज्ञिरे विद्युतः पुरुषादधि । न एनं ऊर्ध्वं न तिर्य्यञ्च न मध्ये परिजग्रभत् ||

    उसी पुरुष(भगवान विष्णु) की ज्योति से सारे नक्षत्र और आँखों की ज्योति दीप्यमान है उसे न कोई ऊपर से, न किनारे से(त्रियक दिशा से) और न मध्य से जान सकता है (उसके विस्तार अर्थात लम्बाई, चौड़ाई और गहराई को मापा नहीं जा सकता) |

    YV32:3
    [16/07, 9:21 pm] puja: : ‘न तस्य प्रतिमा अस्ति यस्य नाम महाद्यश:। हिरण्यगर्भस इत्येष मा मा हिंसीदित्येषा यस्मान जात: इत्येष:।।’ -यजुर्वेद 32वां अध्याय।

    अर्थात जिस परमात्मा की हिरण्यगर्भ, मा मा और यस्मान जात आदि मंत्रों से महिमा की गई है उस परमात्मा (आत्मा) का कोई प्रतिमान नहीं। अग्‍नि‍ वही है, आदि‍त्‍य वही है, वायु, चंद्र और शुक्र वही है, जल, प्रजापति‍ और सर्वत्र भी वही है। वह प्रत्‍यक्ष नहीं देखा जा सकता है। उसकी कोई प्रति‍मा नहीं है। उसका नाम ही अत्‍यं‍त महान है। वह सब दि‍शाओं को व्‍याप्‍त कर स्‍थि‍त है। – aadha adhura mantra kyu bata raha teri aukat nhi h ved puran padhne ki mantra batne chala h

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