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तारिक फतेह ने जय श्री राम लिख कर किया ट्वीट, बोले- जाओ जो उखाड़ना है उखाड़ लो

तारिक फतेह ने जय श्री राम लिख कर किया ट्वीट, बोले- जाओ जो उखाड़ना है उखाड़ लो

तारिक फतेह ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

तारिक फतेह। फोटो सोर्स- यूट्यूब

बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद द्वारा ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर कूब हंगामा मचा। खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद के खिलाफ तो फतवा तक जारी हो गया। जय श्री राम बोलने को लेकर इस्लामी संस्था इमारत-ए-शरिया ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया था। हालांकि फिर बाद में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के बाद उनके खिलाफ जारी किया गया फतवा वापस ले लिया गया। जय श्री राम बोलने पर मचे इस घमासान के बीच मशहूर मुस्लिम लेखक तारिक फतेह ने ट्वीट करते हुए जय श्री राम लिखा। जय श्री राम लिखने के साथ ही इस पर आपत्ति जताने वाले मुसलमानों को तारिक ने ये भी लिखा कि अब जाओ..जो उखाड़ना है उखाड़ लो। कारिक फतेह का ये ट्वीट उस वक्त आया जब मीडिया में खबर फैली कि इस्लाम से निकालने का फतवा जारी होने के बाद नीतीश सरकार के मंत्री खुर्शीद अहमद ने इसपर माफी मांगी है। तारिक फतेह का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ट्वीट करने के महज चंद घंटों में ही इसे दो दजार से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका  है।

Tarek Fatah 

@TarekFatah

“Jai Shree Ram”

Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.

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तारिक फतेह के ट्वीट को काफी पसंद किया जा रहा है। बहुत से मुस्लिम यूजर्स तारिक के इस ट्वीट की सराहना करते हुए लिख रहे हैं कि जिन लोगों को मजहब के नाम पर समाज में दीवार खड़ी करनी है वो करते रहें, हमें तो जय श्री राम बोलने में कोई परेशानी नहीं है। हिंदू यूजर्स भी तारिक के इस ट्वीट को सराह रहे हैं।

Tarek Fatah 

 @TarekFatah

“Jai Shree Ram”

Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.

A proud Muslim and Pakistani, Jai Shri Ram!
It has cost me nothing to set a smile over several faces!

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“Jai Shree Ram”

Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.

ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान…

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“Jai Shree Ram”

Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.

Jai Shree Ram ! Ram is embodiment of righteousness in Hindu Puran. Victory to righteousness means Jai Shree Ram !

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“Jai Shree Ram”

Abb jao, Jo ukharna hai, ukhar lo.

Ram ji apko lambi zindagi de. Jay hind

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कुछ मुस्लिम यूजर्स ऐसे भी हैं जो उर्दू भाषा में नफरत भरी बातें लिख रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ खुद तारिक फतेह ने मोर्चा खोल रखा है। तारिक इस तरह के ट्वीट्स को रिट्वीट कर उनको सबक सिखाने का काम कर रहे हैं।

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Hi @Dhume, here is an example. Perhaps you can tell fellow Indians what this Muslim says about Hindus in Urdu.

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आपको बता दें कि तारिक फतेह मशहूर लेखक और पत्रकार हैं। तारिक मूल रूप से पाकिस्तान के कराची के हैं। तारिक इस्लामी अतिवाद के खिलाफ बोलने और एक उदारवादी इस्लाम के पक्ष को बढ़ावा देने के लिये प्रसिद्ध है |

source :http://www.jansatta.com/trending-news/tarik-fateh-slams-hate-mongers-over-chanting-jai-shri-ram-slogan/390277/

आर्यसमाजी हूँ

आर्यसमाजी हूँ

जब पण्डित श्री गणपतिजी शर्मा ने कश्मीर के शास्त्रार्थ में पादरी जॉनसन को परास्त किया तो सर्वत्र उनका जयजयकार होने लगा। उस समय शास्त्रार्थ के सभापति स्वयं महाराजा प्रतापसिंह थे।

महाराजा ने प्रेम से पण्डितजी से पूछा-कहो गणपति शर्मा! तुज़्हारे जैसा विद्वान् आर्यसमाजी कैसे हो गया? ज़्या सचमुच तुम आर्यसमाजी हो? ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि सज़्भव है महाराजा ने सोचा हो कि मेरे प्रश्न के उज़र में पण्डितजी कह देंगे कि मैं आर्यसमाजी नहीं हूँ।

पूज्य पण्डितजी पेट-पन्थी पोप नहीं थे। नम्रता से, परन्तु सगर्व बोले, ‘‘हाँ, महाराज! मैं हूँ तो आर्यसमाजी।’’

उस सच्चे ब्राह्मण के यशस्वी, तपस्वी जीवन से प्रभावित होकर ही तो, महाकवि ‘शंकर’ जी ने लिखा था- पैसों के पुजापे पानेवाले को न पूजते हैं, पूज्य न हमारे लंठ लालची लुटेरे हैं।

पोंगा पण्डितों की पण्डिताई के न चाकर हैं, ज्ञानी गणपति की-सी चातुरी के चेरे हैं॥

‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने वाले नीतीश के मंत्री के खिलाफ फतवा जारी

'जय श्रीराम' का नारा लगाने वाले नीतीश के मंत्री के खिलाफ फतवा जारी

मंत्री खुर्शीद अहमद
‘जय श्रीराम’ का नारा लगाकर सुर्खियों में आने वाले बिहार सरकार के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद के खिलाफ इमारत-ए-शरिया के काजी ने फतवा जारी किया है. पहले खबरें आयी की ये फतवा इमारत-ए-शरिया ने जारी किया है लेकिन बाद में इस फतवे को शरिया ने खुद से अलग करते हुए कहा कि ये फतवा वहां के काजी मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने जारी किया है.

काजी ने फतवा जारी करते हुए मंत्री खुर्शीद को इस्लाम से खारिज और मुर्तद (विश्वास नहीं करने वाला) करार दिया है. मुफ्ती के मुताबिक जो शख्स जय श्री राम का नारा लगाये और कहे कि मैं रहीम के साथ-साथ राम की भी पूजा करता हूं और मैं हिन्दुस्तान के सभी धार्मिक स्थानों पर मत्था टेकता हूं. ऐसा शख्स इस्लाम से खारिज और मुर्तद है.

जदयू कोटे से मंत्री बने खुर्शीद ने इस फतवे के जवाब में कहा कि अगर बिहार के विकास और सामाजिक सौहार्द के लिये मुझे जय श्री राम के नारे लगाने पड़े तो मैं कभी इससे पीछे नहीं हटूंगा. खुर्शीद ने बिहार विधानसभा पोर्टिको के साथ-साथ मीडिया के कैमरे के सामने भी जय श्रीराम के नारे लगाए थे.

इस दौरान उन्होंने कैमरे के सामने हाथ में बंधे रक्षासूत्र भी दिखाये था. खुर्शीद विधानसभा के बाहर जब मीडिया से इस मामले पर बात कर रहे थे तो उस दौरान भी उन्होंने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया था. इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक भी कहा कि महागठबंधन से अलग होने के लिए उन्होंने मनोकामना मंदिर में मन्नत भी मांगी थी. मीडिया के कैमरे के सामने उन्होंने अपने हाथ में बंधा कलेवा भी दिखाया. नीतीश की नई कैबिनेट में खुर्शीद को अल्पसंख्यक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है.

खुर्शीद उर्फ फिरोज पश्चिमी चंपारण जिले के सिकटा विधानसभा के विधायक हैं. उन्होंने कहा था कि तेजस्वी और लालू परिवार से बिहार को छुटकारा मिल गया है.

source : http://hindi.news18.com/news/bihar/patna-fatwa-released-against-minster-of-bihar-khurshid-ahmad-1062255.html

लाइव टीवी डिबेट में एंकर से बोले मौलाना, हिंदुओं के घर में भी पढ़ेंगे नमाज

VIDEO : लाइव टीवी डिबेट में एंकर से बोले मौलाना, हिंदुओं के घर में भी पढ़ेंगे नमाज

कार्यक्रम की एंकर लावनी विनीत ने मुस्लिमों द्वारा सार्वजिनक स्थल पर नमाज पढ़ने और हिंदुओं को सिर्फ मंदिरों में पूजा करने के लेकर सवाल उठाए थे।

36 मिनट के इस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड किया गया है जिसे अबतक हजारों लोग देख चुके हैं। (फोटो सोर्स यूट्यूब स्क्रीन शॉट)

सुदर्शन न्यूज चैनल ने ‘हिंदुओं को समानता कब?’ मुद्दे पर टीवी डिबेट कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें हिंदुओं की धार्मिक समानता और धार्मिक आजादी को लेकर तीखी बहस हुई। कार्यक्रम की एंकर लावनी विनीत ने मुस्लिमों द्वारा सार्वजिनक स्थल पर नमाज पढ़ने और हिंदुओं को सिर्फ मंदिरों में पूजा करने के लेकर सवाल उठाए। दरअसल डिबेट की शुरुआत एक वीडियो से हुई जिसमें मुंबई एयरपोर्ट पर कुछ मुस्लिम कथित तौर पर नमाज पढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में तीन लोग है जो बीच में खड़े अधिकारियों और अन्य लोगों से बहस करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी मुद्दे पर एंकर और डिबेट के पेनालिस्ट अशरफ जिलानी के बीच मुस्लिमों के इस व्यवहार को लेकर तीखी नोकझोंक हुई। गौरतलब है कि कार्यक्रम का मुख्य केंद्र बिंदु मुस्लिमों द्वारा मस्जिद के बाहर सड़कों, पार्कों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने के एतराज को लेकर था, जिसके जवाब में मुस्लिम धर्मगुरु अशरफ गिलानी ने एंकर से यहां तक कह डाला कि वो बाहर ही नहीं एंकर के घर में भी नमाज पढ़ेंगे। धर्म गुरु ऐसा कई बार कहा। जिसपर चैनल के सीएमडी और चीफ एडिटर इन चीफ सुरेश चव्हाणके ने कड़ा एतराज जताया है। मामले में उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘लाइव डिबेट में मौलाना ने सुदर्शन की एंकर को उसके घर में जबरन घुस कर नमाज पढ़ने की दी धमकी।’

सुरेश चव्हाणके के इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। कई यूजर्स ने चैनल के चीफ पर भी पर निशाना साधा है। एक यूजर अनुपम लिखते हैं, ‘गुरु जी आप ने तो मुस्लिमों का बायकॉट कर रखा है। फिर भी इन्हें लाइव टीवी डिबेट में बुलाते हो और जब ये कुछ बोले तो आप परेशान हो जाते हो।’ भूषण लिखते हैं, ‘ऐसा सिर्फ वहीं हो सकता है जहां हिंदू बहुसंख्यक हो। क्या कोई हिंदू पाकिस्तान में बोल सकता है कि वो मुस्लिमों के घर में पूजा करेगा।’ स्वामी लिखते हैं, ‘मौलाना भूल रहे है कि अब भारतीय लोकतंत्र इस्लामिक गुलामी से साल 2014 में आजाद हो गया है। अब कानून सब पर बराबर लागू होगा।’ एक यूजर लिखते हैं, ‘मुस्लिमों को थोड़ी ढील दोगे तो यही होने वाला है। यही उनकी सच्चाई है जो सामने आ गई।’ अशोक उपाध्याय लिखते हैं, ‘मुस्लिम सिर्फ धमकियों का सहारे जिंदा हैं।’ भोपाली लिखते हैं, ‘वाह क्या बात है। लोग घर में घुसकर मारने की धमकी देते हैं और ये साहब घर में घुसकर नमाज पढ़ने की धमकी दे रहे हैं।’ एके शुक्ला मौलाना के इस बयान को शर्मनाक करार देते हुए लिखते हैं, ‘ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’

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Suresh Chavhanke STV 

@SureshChavhanke

लाइव डिबेट में मौलाना ने सुदर्शन न्यूज की एंकर को उसके घर में जबरन घुस कर नमाज़ पढने की दी धमकी . http://fb.me/6rjPu4mUV 

लाइव डिबेट में मौलाना ने सुदर्शन न्यूज की एंकर को उसके घर में जबरन घुस कर नमाज़ पढने की दी धमकी .

ये बयान भी एक असहिष्णुता है जिस पर शायद ही कोई बोलने को तैयार हो .

sudarshannews.com

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source : http://www.jansatta.com/trending-news/molana-sad-will-performing-namaz-hindu-anchor-house-live-tv-debate/389162/

हरियाणा: हिन्दू लड़कों को नमाज पढ़ने के लिए किया मजबूर, मुस्लिम शिक्षकों पर गिरी गाज

हरियाणा: हिन्दू लड़कों को नमाज पढ़ने के लिए किया मजबूर, मुस्लिम शिक्षकों पर गिरी गाज

हरियाणा के मेवात में दो हिंदू बच्चों को जबरन नमाज पढ़वाने का आरोप है। यह आरोप वहां के एक स्कूल के तीन टीचरों पर लगा है।

हरियाणा: मेवात में हिंदू बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए कहा गया। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

हरियाणा के मेवात में दो हिंदू बच्चों को जबरन नमाज पढ़वाने का आरोप है। यह आरोप वहां के एक स्कूल के तीन टीचरों पर लगा है। जिसके बाद दो टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया है और एक का ट्रांसफर हो गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, वहां मेवात विकास एजेंसी (एमडीए) कुछ सरकारी स्कूल चलाती है। उनमें से ही एक स्कूल में ऐसा हुआ। जिस स्कूल में ऐसा होने की बात कही जा रही है उसमें 207 बच्चे पढ़ते हैं। 22 जुलाई को हिंदू परिवार ने डिप्टी कमिश्नर मणि राम शर्मा के पास जाकर शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद उन तीन टीचरों पर स्कूल को एक्शन लेना पड़ा।

टीचर इंचार्ज नवीन शक्ति के मुताबिक, स्कूल के दूसरे बच्चों ने भी बताया कि टीचर दोनों हिंदू बच्चों को इस्लाम के तौर-तरीकों से रहने और नमाज पढ़ने का दबाव बनाते थे। स्कूल के बाकी बच्चों के मुताबिक, उन तीन टीचरों ने दोनों हिंदू बच्चों से धर्म परिवर्तन करने के लिए भी कहा था। जिन दो बच्चों द्वारा यह आरोप लगाया गया है उनमें से एक आठवीं और दूसरा नौंवी क्लास में है।

मामले की जांच के लिए फिलहाल एक कमेटी  बना दी गई है। कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी समेत कुल तीन लोग हैं। मेवात विकास एजेंसी के प्रोजेक्ट ऑफिसर ने कहा कि परिवार की शिकायत मिलते ही एक्शन लिया गया और टीचरों को निकाल दिया गया। जल्द ही सारी सच्चाई सबके सामने होगी। दो को हटाने और एक के ट्रांसफर के बाद स्कूल में फिलहाल पांच टीचर बचे हैं।
source :http://www.jansatta.com/rajya/haryana-mewat-muslim-teachers-forced-hindu-boys-to-offer-namaz-suspended/389635/

लोकैषणा से दूर

लोकैषणा से दूर

कीर्ति की चाहना कोई बुरी बात नहीं, परन्तु यश की चाहना और बात है और मान-प्रतिष्ठा की भूख दूसरी बात है। जब नेता लोग प्रतिष्ठा पाने के लिए व्याकुल हो जाते हैं तो सभा-संस्थाएँ पतनोन्मुख हो जाती हैं। नेताओं का व्यवहार कैसा होना चाहिए यह निम्न घटना से सीखना चाहिए।

पण्डित श्री गङ्गाप्रसादजी उपाध्याय वैदिक धर्म प्रचार के लिए केरल गये। चैंगन्नूर नगर में उनके जलूस के लिए लोग हाथी लाये।

पूज्य उपाध्यायजी ने हाथी पर बैठने से यह कहकर इन्कार कर दिया कि यहाँ तो लोग निर्धनता के कारण ईसाई बन रहे हैं और आप मुझे हाथी पर बिठकार यह दिखाना चाहते हैं कि मैं बड़ा

धनीमानी व्यक्ति हूँ या मेरा समाज बड़ा साधन-सज़्पन्न है। लोकैषणा से दूर उपाध्यायजी पैदल चलकर ही नगर में प्रविष्ट हुए।

मोसुल से भागने के लिए ISIS आतंकी ने धरा महिला का रूप, बस दाढ़ी-मूंछ साफ करना भूल गया

मोसुल से भागने के लिए ISIS आतंकी ने धरा महिला का रूप, बस दाढ़ी-मूंछ साफ करना भूल गया

isis terrorist trying to flee mosul dress up like woman with make up, but forgot to clean his beard and moustache

इराकी फौज ने महिला का वेश बनाकर भागने की कोशिश कर रहे इस आतंकी की तस्वीर जारी क…
बगदाद
मोसुल में इस्लामिक स्टेट (ISIS) की हार के बाद यहां छुपे आतंकवादी अब भागने की कोशिश कर रहे हैं। न पकड़े जाने के लिए ये आतंकवादी कई तरह की रणनीति बना रहे हैं। इनमें से कुछ तरीके तो काफी दिलचस्प हैं। अभी हाल ही में इराकी फौज ने एक ऐसे आतंकवादी को पकड़ा जो कि औरत का वेश बनाकर भागने की कोशिश कर रहा था। इराकी सेना की आंखों में धूल झोंकने के लिए इस जिहादी ने महिलाओं की तरह मेकअप किया। काजल-लिपस्टिक लगाई, पाउडर लगाया, लेकिन उससे बस एक चूक हो गई। वेश बदलने की इस मशक्कत में इस आतंकवादी ने कई तरह की चालाकियां दिखाई, लेकिन अपनी दाढ़ी और मूंछ को शेव करना भूल गया। इसी दाढ़ी और मूंछ ने उसे पकड़वा दिया।

डेली मेल ने अपनी एक खबर में इस दिलचस्प वाकये की जानकारी दी है। यह ISIS आतंकवादी मोसुल से भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसकी योजना सफल नहीं हो सकी। महिलाओं के कपड़े पहनकर और पूरा मेकअप करने के बाद भी वह अपनी दाढ़ी-मूंछ साफ करने जैसी बुनियादी बात भूल गया और पकड़ा गया। इराकी फौज ने उसे गिरफ्तार करने के बाद उसकी तस्वीर जारी की है। तस्वीर में आप इस आतंकवादी के चेहरे पर पुता हुआ पाउडर, आंखों में काजल व आईशैडो और होंठों पर लगा लिपस्टिक देख सकते हैं। महिलाओं की तरह दिखने के लिए उसने अपने चेहरे पर कृत्रिम तिल बनाने की भी कोशिश की। इतना सब करने के बाद वह अपनी दाढ़ी और मूंछ हटाना भूल गया। उसकी यह गलती उसपर भारी पड़ी और इराकी सेना ने उसे पकड़ लिया।

इराकी सेना ने महिलाओं का वेश धर भागने की कोशिश कर रहे कुछ अन्य आतंकियों की तस्वीरें भी जारी की हैं….

इराकी सेना ने महिलाओं का वेश धरकर भागने की कोशिश कर रहे कई अन्य ISIS आतंकियों की भी तस्वीरें जारी की हैं। कुछ आतंकियों ने महिलाओं की तरह दिखने के चक्कर में पैडेड ब्रा भी पहनी हुई है। 2014 में मोसुल फतेह करने के बाद ही ISIS के आतंकी सरगना अबू-बकर बगदादी ने खुद को दुनियाभर के मुसलमानों का नया खलीफा घोषित किया था। उसने मोसुल को अपनी राजधानी बनाया। अक्टूबर 2016 में मोसुल पर दोबारा कब्जा करने के लिए इराकी फौज ने अमेरिकी सेना के नेतृत्व में यहां एक सैन्य अभियान शुरू किया। 6 महीने तक चले लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार इराकी सेना को मोसुल में जीत मिली। ISIS की तो हार हो चुकी है, लेकिन इसके कई आतंकवादी अब भी जिंदा हैं और आम लोगों के बीच मिलकर और अपनी पहचान छुपाकर खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। एक समय में बेहद खूबसूरत और संपन्न माना जाने वाला मोसुल अब मलबे के ढेर में तब्दील हो गया है।

source : http://navbharattimes.indiatimes.com/world/asian-countries/isis-terrorist-trying-to-flee-mosul-dress-up-like-woman-with-make-up-but-forgot-to-clean-his-beard-and-moustache/articleshow/59750248.cms

आनन्दमुनि जी का सौजन्य

आनन्दमुनि जी का सौजन्य

सन् 1983 ई0 को आर्यसमाज काकड़वाड़ी में आर्यसमाज स्थापना दिवस मनाया गया। हमें भी आमन्त्रित किया गया। महात्मा श्री आनन्दमुनिजी ही प्रधान थे। वे स्वंय एक प्रभावशाली वक्ता

और विचारक थे। उन्हें सभा में बोलना ही था, परन्तु आपने थोड़ेसे समय में बहुत मार्मिक बातें कहते हुए यह कहा कि ‘‘आज हमारे मुज़्य वक्ता तो प्राध्यापक राजेन्द्रजी जिज्ञासु हैं। मैं अपना शेष समय उन्हीं को देता हूँ ताकि हम सबका अधिक लाभ हो।’’

यह ठीक है कि वहाँ कुछ सज्जनों ने सभा का संचालन करनेवालों की व्यवस्था में गड़बड़ी कर दी। हमें तो अपना समय ही पूरा न मिल पाया। आनन्दमुनिजी का बचा हुआ समय भी और लोग ले- गये, परन्तु आनन्दमुनिजी की पवित्र भावना हम सबके लिए अनुकरणीय है कि समाज के हित में नये-नये लोगों को प्रोत्साहन देना चाहिए।

‘जन्नत की कुंवारी हूरों के लिए’ जेब में अंडरगार्मेंट्स रख आत्मघाती हमला करने जाते हैं ISIS जिहादी

‘जन्नत की कुंवारी हूरों के लिए’ जेब में अंडरगार्मेंट्स रख आत्मघाती हमला करने जाते हैं ISIS जिहादी

many isis suicide bombers in syria were found with women’s undergarments in their pockets, for the virgins they would meet in paradise

<p>मोसुल में हार के बाद अब ISIS सीरिया में अपने सबसे मजबूत गढ़ रक्का में घिरा ह…
दमिश्क
सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ चल रही जंग से जुड़ी एक खबर आपको हैरान कर देगी। सेना के अधिकारियों ने यहां ISIS के लिए लड़ रहे आतंकवादियों से जुड़ी एक ऐसी बात का खुलासा किया, जिसे जानकर आपको ताज्जुब होगा। मिलिटरी अधिकारियों ने बताया कि कई आत्मघाती हमलावरों के कपड़ों के अंदर बनी जेबों में महिलाओं के अंतर्वस्त्र मिले। सीरियाई सेना द्वारा गिरफ्तार किए गए ऐसे कई जिहादियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे इन अंडरगारमेंट्स को उन कुंवारी हूरों के लिए ले जा रहे हैं, जो उन्हें जन्नत में मिलेंगी। इससे मालूम चलता है कि इन आतंकवादियों का इस तरह ब्रेनवॉश किया जाता है कि वे ‘जन्नत में हूरों’ से मिलने की कल्पना करते हुए आत्मघाती हमला करने जैसे दुस्साहस को अंजाम देते हैं।

सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ जारी जंग में लड़ रहे कई सीरियाई कमांडर्स और जनरल्स का कहना है कि 30 दिन के अंदर इस जंग का फैसला हो जाएगा। उनके मुताबिक, ISIS को यहां हराने के लिए अब केवल 30 दिन और चाहिए। इन जनरल्स का कहना है कि यहां ISIS की हालत उस पके हुए केले की तरह हो गई है, जो कि अपने छिलके से बाहर आ गया है। इनके मुताबिक, अब केवल ISIS का बाहरी छिलका ही बचा है, बाकी जो था वह सब खत्म हो गया।
सीरिया की सेना यहां रूस के साथ मिलकर ISIS के खिलाफ मोर्चा संभाल रही है। इराक के मोसुल में हारने के बाद यहां ISIS के पास रक्का आखिरी मजबूत गढ़ बचा है। ISIS के ऊपर जैसे-जैसे हार हावी हो रही है, वैसे-वैसे उसकी ओर से किए जाने वाले आत्मघाती हमलों में तेजी आई है। अल-नुसरा ISIS का ही एक धड़ा है, लेकिन सेना का मानना है कि अल-नुसरा और अल-कायदा के आतंकवादी ज्यादा बेहतर तरीके से प्रशिक्षित होते हैं। साथ ही, उन्हें आधुनिक हथियार और ऐंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल चलाना भी काफी अच्छे से आता है। अल-नुसरा और ISIS को लेकर सेना की भावना अलग-अलग है। इदलिब में लड़ रहे अल-नुसरा के लिए उनके मन में एक तरह की जिज्ञासा है, जबकि ISIS के प्रति उनके मन में घृणा है।

source : http://navbharattimes.indiatimes.com/world/asian-countries/many-isis-suicide-bombers-in-syria-were-found-with-womens-undergarments-in-their-pockets-for-the-virgins-they-would-meet-in-paradise/articleshow/59785055.cms?utm_source=facebook.com&utm_medium=referral&utm_campaign=isis270717

मुझे यही अच्छा लगता है

मुझे यही अच्छा लगता है

पण्डित श्री शान्तिप्रकाशजी शास्त्रार्थ-महारथी एक बार लेखरामनगर (कादियाँ) पधारे। उन पर उन दिनों अर्थ-संकट बहुत था। वहाँ एक डॉज़्टर जगन्नाथजी ने उनका टूटा हुआ जूता देखकर

आर्यसमाज के मन्त्री श्री रोशनलालजी से कहा कि पण्डितजी का जूता बहुत टूटा हुआ है। यह अच्छा नहीं लगता। मुझसे पण्डितजी लेंगे नहीं। आप उन्हें आग्रह करें। मैं उन्हें एक अच्छा जूता लेकर देना चाहता हूँ।

श्री रोशनलालजी ने पूज्य पंडितजी से यह विनती की। त्यागमूर्ति पण्डितजी का उज़र था वे डॉज़्टर हैं। उनकी बात और है। मुझे तो यही जूता अच्छा लगता है। मुझे पता है कि सभा से प्राप्त होनेवाली मासिक दक्षिणा से इस मास घर में किस का जूता लेना है, किसके वस्त्र बनाने हैं और किसकी फ़ीस देनी है। जब मेरे नया जूता लेने की बारी आएगी, मैं ले लूँगा।

ऐसे तपस्वियों ने, ऐसे पूज्य पुरुषों ने, ऐसे लगनशील साधकों और सादगी की मूर्ज़ियों ने समाज का गौरव बढ़ाया इनके कारण युग बदला है। इन्होंने नवजागरण का शंख घर-घर, गली-गली,

द्वार-द्वार पर जाकर बजाया है। समाज इनका सदा ऋणी रहेगा॥