खुदा कयामत के दिन का मालिक है
दुनियां को पैदा करके पालन करने वाला खुदा को बताना उसकी प्रतिष्ठा को बढ़ावेगा या उसे प्रलय अर्थात् विनाश के दिन का कब्रिस्तान का मालिक बताना बढ़ावेगा?
सरसब्ज बागों का मालिक दुनियां का परोपकार करने वाला भला आदमी होगा या मरघट का मालिक बनना अच्छी बात होगी ? कुरान ने कयामत का मालिक बताकर खुदा की बेइज्जती क्यों की है?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
मालिकि यौमिद्दीन………………।।
(कुरान मजीद पारा १ सूरा फातिहा रूकू १ आयत ३)
वही परवरदिगार न्याय के दिन अर्थात् कयामत के दिन का मालिक है।
समीक्षा
जो खुदा सारे संसार की सभी वस्तुओं का सदैव मालिक है उसे कयामत के दिन का मालिक बनाने से उसकी इज्जत नहीं बढ़ती है। जैसे भारत के मालिक को दिल्ली-आगरा का मालिक बताना उसका अपमान करना ही होगा।