मिर्ज़ा गुलाम अहमद को इस्लाम के मनाने वाले मुहम्मद साहब के बाद अंतिम रसूल ए खुदा मानते हैं. हालांकि ज्यादातर मुसलमान मुहम्मद साहब को ही अंतिम रसूल मानते हैं लेकिन अहमदिया सम्प्रदाय मुहम्मद साहब के साथ नबुबत का खात्मा न मानकर इसे मिर्ज़ा गुलाम अहमद के साथ खात्मा मानते हैं और मिर्ज़ा गुलाम अहमद को अंतिम नबी मानते हैं.
मशहूर कादियानी शायर काजी अकमल के शेर का हवाला देते हुए मौलाना मुहम्मद अब्दुर्रउफ़ ने लिखा है कि मिर्ज़ा गुलाम अहमद को मुहम्मद साहब से श्रेष्ठ मुलमानों का यह संप्रदाय मानता है. ये शेर मिर्ज़ा गुलाम अहमद मिर्ज़ा की मौजूदगी में पढ़े गए और मिर्ज़ा साहब ने भी उन्हें पसंद किया :
मुहम्मद फिर उतर आये हैं हममें
और आगे से हैं बढ़कर अपनी शान में
मुहम्मद देखने हों जिसने अकमल
गुलाम अहमद को देख कादियां में
मुहम्मद साहब के बाद नबी होने के अतिरिक्त मिर्ज़ा गुलाम अहमद उनकी भविष्य वाणियों के लिए जाने गए . अल्लाह के द्वारा वही आने का दावा इस्लाम में मुहम्मद साहब के बाद मिर्ज़ा गुलाम अहमद ने भी किया. वही भी नायाब कहीं महामारी फ़ैली किसी की मृत्यु हुयी किसी का क़त्ल हुआ मिर्ज़ा गुलाम अहमद तुरंत वही का दावा कर दिया करते थे .
लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं जो मिर्ज़ा साहब और उनके इस्लाम का एक अलग ही नज़ारा प्रस्तुतु करती हैं. ये कुछ ऐसे वाकये हैं जो इस्लाम में मिर्ज़ा साहब से पहले किसी ने किये हों ऐसा मालूम नहीं होता.
मिर्ज़ा जी गर्भवती हो गए
मिर्ज़ा साहब फरमाते हैं कि मरियम की तरह ईसा की रूह मुझमें फूंकी गई और लाक्षणिक रूप में मुझे गर्भ धारण कराया गया और की महीने के बाद दस महीने से ज्यादा नहीं , इह्लाम के जरिये से मुझे मरियम से ईसा बनाया गया . इस प्रकार से में मरियम का बेटा ईसा (इब्न मरियम ) ठहरा
– कश्ती ए नूह पृष्ट – ४६, ४७ संस्करण १९०२ ई
मिर्ज़ा साहब खुदा की बीवी
काजी यार मुहम्मद साहब कादियानी लिखते हैं कि हजरत मसीह मौउद ने एक अवसर पर अपनी यह स्तिथी प्रकट की कि “कश्फ़” (इलहाम या वहय) की हालात आप पर इस तरह तारी हुयी कि मानों आप औरत हें और अल्लाह तआला ने अपनी पौरुष शक्ति (Sex Power) को जाहिर किया I समझदारों के लिए इशारा ही काफी है
– ट्रैक्ट १३४, इस्लामी कुर्बानी , पृष्ट १२ लेखक काजरी यार मुहम्मद
अभी तक तो इस्लाम के रसूल अल्लाह से बात करने, फरिश्तों के युद्ध में लड़ने, चाँद के टुकडे होने जैसे चमत्कारों की बात किया करते थे.
लेकिन मिर्ज़ा साहब ने इससे आगे जाकर ये चमत्कार भी बढ़ा दिए कि वो गर्भवती हुए थे और अल्लाह तआला पुरुषों पर अपनी पौरुष शक्ति (Sex Power) को जाहिर करता है I