Women in Islam (लौंडी (रखैल) औरत) Aacharya Shri Ram Sharma

 

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लौंडियों के बारे में पुस्तक रियाजुस्सालिहीन के पृष्ठ १४१ पर लिखा हैं की- अबूहुरैरा (हजरत) से रवायत है की-

  “रसूलल्लाह सलाल्लेहू वलैहीअसल्लम हजुरे पाक से रवायत है की जब लौंडी बदकारी करे और उसके उस फेल की तहकीकात हो जावे तो उसको हद (बंदिश) लगाईं जावे और डांट फटकार न की जावे फिर अगर दुबारा उससे यह फेल सरजद हो तो उसकी हद लगाईं जावे और जज (डांट फटकार) व तौफिख (झिडकना) न की जावे | अगर तीसरी बार फिर अमल करे तो उसे बेच डाले | ख्वाह बाल की रस्सी के मुआवजे में” |

    कलामे पाक अर्थात कुरान में जो हम पीछे दे चुके हैं उसमें खुलासा लिखा है की-

  …………………………………………………………..“लौंडी से जबर्दस्ती व्यभिचार करने पर खुदा माफ़ कर देता है” ||

                                                          (कुरान पारा १८ सुरह नूर रुकू ४ आयत ३३)

दर्जनों औरतों को लौंडी बना कर रखना उनसे राजी या गैरराजी व्यभिचार करना, इस्लाम में नाजायज नहीं है | मगर यदि वह किसी अन्य से कुछ करा बैठे तो बालों की रस्सी के बदले भी उसे बेच डालने का आदेश है |

 

नोट:- भाइयों ! यह है इस्लाम और कुरान व अरबी खुदा की नजर में  “औरत जात की कदर ?” !

लौंडी (रखेल) को गिरवी रखना

“अगर कोई शख्स अपनी लौंडी (रखेल) को किसी के पास गिरवी रख दे और गिरवी रखने वाला उससे जिना व्यभिचार करे तो उस पर कोई शरायत (शर्त) लागू नहीं, अगर्चे वह जानता भी हो की यह लौंडी मुझ पर हराम है” |

                                                (हिदायह्मुतरज्जिम फ़ारसी जिल्द १ हदीस ३०२ व ३०३)

………………………………………………………………………………………………………..लौंडी का दूध बेचना दुरुस्त है |

                                                                       (फिताबी गरायब पृष्ठ २४८)

………………………………………………….. अपनी लौंडी को जिना की बिना पर (जहर देकर) मार डालना दुरुस्त है |

                                                            (फताबी खजानतह अलरवायत पृष्ठ ४१७)

नोट:- नारी की इस्लाम में कितनी इज्जत की जाती है ? यह ऊपर के प्रमाणों से बिलकुल स्पष्ट हो गया है | अतः शिक्षित मुस्लिम औरतों को इस पर विचार करना चाहिए |

 

4 thoughts on “Women in Islam (लौंडी (रखैल) औरत) Aacharya Shri Ram Sharma”

  1. Who ever has written this is a fool and doesn’t know anything about Islam. Islam never permits any kind of adultery. It was a tactics to abolish slavery with time in those period. Even before Islam, there was a culture of slavery in Arabs ….and in order to stop this nonsense Prophet Muhammad (pbuh) declared that if the master shared the bed with his slave then that slave becomes free from slavery and their children are also free from slavery forever and the children would enjoy all the rights and benefits which are for the children from the wife. So gradually the slave system was completely abolished by the time. Now no one in this world is slave now. Thanks to Allah and his Prophet Muhammad (pbuh).

  2. अमीत राय जी। धर्म के बारे मे हमारा-आपका जानकारी पूरा नहीं हो सकता। राम चन्द्र जी को भी सीता जी को त्यागना हमारे-आपके समझ से परे हो सकता है ।
    कृपया सभी धर्मों का सम्मान करें।
    दुनिया की सबसे पुराने ग्रंथ वेद और दुनिया के सबसे आधुनिक ग्रंथ कुरआन का अपनी भाषा में अध्ययन करें।
    अल्लाह/ईश्वर आपको खुश-हाल रखे।
    मैं आपसे दोस्ती करना चाहता हूँ।

    1. युनुस जी नमस्ते

      रामचंद जी ने सीता जी को त्यागा था इसका वर्णन उत्तरकांड में है और उत्तरकांड पूर्ण रूप से मिलावटी और बाद में मिलाया गया है

      रही बात सभी धर्मों के सम्मान की तो धर्म केवल एक है और वह है सत्य सनातन वैदिक धर्म बाकी सब मत मतान्तर है

      धन्यवाद

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