हदीस : सहस्नान

सहस्नान

कई हदीसों में वर्णित है कि पैगम्बर मैथुन के बाद अपनी बीवियों के साथ नहाते थे। आयशा बतलाती हैं-”अल्लाह के रसूल एक पात्र (जिसमें 15 से 16 पौंड पानी आता था) से पानी लेकर नहाते थे। और मैं तथा वे उसी पात्र से नहाते थे“ (625)। एक दूसरी हदीस में वे इसी बात को कुछ विस्तार के साथ बतलाती हैं-”मैं और अल्लाह के पैगम्बर एक ही बर्तन से पानी लेकर नहाते थे और जिस मुद्रा में हम मैथुन करते थे उसी मुद्रा में हमारे हाथ बारी-बारी से उसमें जाते थे“ (629)।

 

मुहम्मद की दो दूसरी बीवियां-उम्म सलमा और मैमूना-भी बतलाती हैं वे और मुहम्मद साथ-साथ नहाते थे (581, 631)।

 

अनुवादक ने महसूस किया कि विरोधी समीक्षकों की सम्भावित आलोचना पैगम्बर के इस आचरण की मार्जना आवश्यक है। वे हमें बतलाते हैं कि यह स्नान एक सर्वथा कर्म था। कोई तेज रोशनी नहीं होती थी। और यद्यपि कई बार पैगम्बर और उनकी बीवियां एक ही पात्र से नहाते थे, तथापि वह कोई ऐसा टब-स्नान नहीं होता था, जिसमें जोड़े एक साथ बैठ कर नहाते हैं। फिर वे बिल्कुल अंधेरे में नहाते थे और उनके द्वारा एक दूसरे की देह को देखने का कोई सवाल ही नहीं उठ सकता था (टि0 538)।

author : ram swarup

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *