अष्टौ मासान्यथादित्यस्तोयं हरति रश्मिभिः । तथा हरेत्करं राष्ट्रान्नित्यं अर्कव्रतं हि तत् ।

जैसे सूर्य अपनी किरणों से आठ मास तक जलग्रहण करता है उसी प्रकार राजा राष्ट्र से कर ग्रहण करे यही राजा का अर्कव्रत है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *