बन्धनानि च सर्वाणि राजा मार्गे निवेशयेत् । दुःखिता यत्र दृश्येरन्विकृताः पापकारिणह् । ।

राजा कारागार आदि बन्धनगृह प्रधान मार्गों पर बनवावे जहां हथकड़ी, बेड़ी आदि से दुःखी हुए, बिगड़ी हुई हालत वाले अपराधी लोग दिखाई देते रहें । (जिससे कि जनता के मन में अपराधों के प्रति भय की प्रेरणा उत्पन्न  होती रहे) ।

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