Adhyay : 9 Mantra : 281 Back to listings यस्तु पूर्वनिविष्टस्य तडागस्योदकं हरेत् । आगमं वाप्यपां भिन्द्यात्स दाप्यः पूर्वसाहसम् । Leave a comment जो व्यक्ति किसी के द्वारा पहले बनाये गये तालाब का पानी चुराले अथवा जल आने का रास्ता तोड़ दे उसे पूर्वसाहस का दण्ड दे । Related