तडागभेदकं हन्यादप्सु शुद्धवधेन वा । यद्वापि प्रतिसंस्कुर्याद्दाप्यस्तूत्तमसाहसम् ।

राजा तालाब आदि को तोड़ने वालों का बध करे अथवा जल में डुबोकर या साधारण तरीके से मारे यदि तोड़े हुए को पुनः ठीक करवा दे तो उत्तमसाहस का दण्ड करे ।

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