Adhyay : 9 Mantra : 238 Back to listings असंभोज्या ह्यसंयाज्या असंपाठ्याऽविवाहिनः । चरेयुः पृथिवीं दीनाः सर्वधर्मबहिष्कृताः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related