Adhyay : 9 Mantra : 220 Back to listings अयं उक्तो विभागो वः पुत्राणां च क्रियाविधिः । क्रमशः क्षेत्रजादीनां द्यूतधर्मं निबोधत Leave a comment यह तुमको दायभाग का विधान और ’क्षेत्रज’ आदि पुत्रों को धन का भाग देने की विध क्रमशः कही । Related