संयुक्त रहते यदि (अविद्यानां तु सर्वेषाम्) बिना पढ़े लिखे सब भाइयों के (ईहातः चेत् धनं भवेत्) प्रयत्नों (खेती, व्यापार आदि) से धन एकत्रित हुआ हो तो उसमें पितृधन को छोड़कर बाकी धन में सबका समान भाग होगा (इति धारणा) ऐसी मान्यता है ।
संयुक्त रहते यदि (अविद्यानां तु सर्वेषाम्) बिना पढ़े लिखे सब भाइयों के (ईहातः चेत् धनं भवेत्) प्रयत्नों (खेती, व्यापार आदि) से धन एकत्रित हुआ हो तो उसमें पितृधन को छोड़कर बाकी धन में सबका समान भाग होगा (इति धारणा) ऐसी मान्यता है ।