Adhyay : 9 Mantra : 186 Back to listings त्रयाणां उदकं कार्यं त्रिषु पिण्डः प्रवर्तते । चतुर्थः संप्रदातैषां पञ्चमो नोपपद्यते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related