Adhyay : 9 Mantra : 124 Back to listings ज्येष्ठस्तु जातो ज्येष्ठायां हरेद्वृषभषोडशाः । ततः स्वमातृतः शेषा भजेरन्निति धारणा Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related