दोनों ओर के साक्षियों में से बहुपक्षानुसार तुल्य साक्षियों में उत्तम गुणी पुरूष की साक्षी के अनुकूल और दोनों के साक्षी उत्तम गुणी और तुल्य हों तो द्विजोत्तम अर्थात् ऋषि महर्षि और यतियों की साक्षी के अनुसार न्याय करे ।
राजा या न्यायधीश…………..
(स० प्र० षष्ठ समु०)