Adhyay : 8 Mantra : 48 Back to listings यैर्यैरुपायैरर्थं स्वं प्राप्नुयादुत्तमर्णिकः । तैर्तैरुपायैः संगृह्य दापयेदधमर्णिकम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related