Adhyay : 8 Mantra : 359 Back to listings अब्राह्मणः संग्रहणे प्राणान्तं दण्डं अर्हति । चतुर्णां अपि वर्णानां दारा रक्ष्यतमाः सदा Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related