ऐन्द्रं स्थानं अभिप्रेप्सुर्यशश्चाक्षयं अव्ययम् । नोपेक्षेत क्षणं अपि राजा साहसिकं नरम् ।

राज्य के अधिकारी धर्म और ऐश्वर्य की इच्छा करने वाला राजा बलात्कार काम करने वाले डाकुओं को दंड देने में एक क्षण भी देर न करे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *