Adhyay : 8 Mantra : 298 Back to listings गर्धभाजाविकानां तु दण्डः स्यात्पञ्चमाषिकः । माषिकस्तु भवेद्दण्डः श्वसूकरनिपातने । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related