Adhyay : 8 Mantra : 20 Back to listings जातिमात्रोपजीवी वा कामं स्याद्ब्राह्मणब्रुवः । धर्मप्रवक्ता नृपतेर्न तु शूद्रः कथं चन Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related