पलं सुवर्णाश्चत्वारः पलानि धरणं दश । द्वे कृष्णले समधृते विज्ञेयो रौप्यमाषकः

चार सुवर्णों का एक ‘पल’ होता है दश पलों क अ एक धरण होता है दो कृष्णल = रती तराजू पर रखने  पर उनके बराबर तोल माप  का एक रौप्यमाषक  जानना चाहिए .

 

 

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