Adhyay : 8 Mantra : 124 Back to listings दश स्थानानि दण्डस्य मनुः स्वयंभुवोऽब्रवीत् । त्रिषु वर्णेषु यानि स्युरक्षतो ब्राह्मणो व्रजेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related