जिस स्थान में वेदों के ज्ञाता तीन विद्वान् बैठते हैं और एक राजा द्वारा नियुक्त उस विषय का विद्वान् बैठता है उस सभा को ‘ब्रह्मसभा’ जानते हैं – मानते हैं ।
जिस स्थान में वेदों के ज्ञाता तीन विद्वान् बैठते हैं और एक राजा द्वारा नियुक्त उस विषय का विद्वान् बैठता है उस सभा को ‘ब्रह्मसभा’ जानते हैं – मानते हैं ।