Adhyay : 8 Mantra : 109 Back to listings असाक्षिकेषु त्वर्थेषु मिथो विवादमानयोः । अविन्दंस्तत्त्वतः सत्यं शपथेनापि लम्भयेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related