पानं अक्षाः स्त्रियश्चैव मृगया च यथाक्रमम् । एतत्कष्टतमं विद्याच्चतुष्कं कामजे गणे ।

. काम के व्यसनों में बड़े दुर्गुण, एक मद्य आदि अर्थात् मदकारक द्रव्यों का सेवन, दूसरा – पासों आदि से जुआ खेलना, तीसरा – स्त्रियों का विशेष संग, चैथा – मृगया (शिकार) खेलना ये चार महादुष्ट व्यसन हैं ।

(स० प्र० षष्ठ समु०)

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