जो दण्ड को अच्छे प्रकार राजा चलाता है वह धर्म, अर्थ और काम की सिद्धि को बढ़ाता है, और जो विषय में लंपट टेढ़ा, ईष्र्या करने हारा क्षुद्र नीचबुद्धि न्यायाधीश राजा होता है वह दण्ड से ही मारा जाता है ।
जो दण्ड को अच्छे प्रकार राजा चलाता है वह धर्म, अर्थ और काम की सिद्धि को बढ़ाता है, और जो विषय में लंपट टेढ़ा, ईष्र्या करने हारा क्षुद्र नीचबुद्धि न्यायाधीश राजा होता है वह दण्ड से ही मारा जाता है ।