Adhyay : 7 Mantra : 217 Back to listings तत्रात्मभूतैः कालज्ञैरहार्यैः परिचारकैः । सुपरीक्षितं अन्नाद्यं अद्यान्मन्त्रैर्विषापहैः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related