आर्यता पुरुषज्ञानं शौर्यं करुणवेदिता । स्थौललक्ष्यं च सततं उदासीनगुणोदयः । ।

उदासीन का लक्षण – जिसमें प्रशंसतिगुणयुक्त अच्छे – बुरे मनुष्यों का ज्ञान शूरवीरता और करूणा भी स्थूल लक्ष्य अर्थात् ऊपर – ऊपर की बातों को निरन्तर सुनाया करे वह उदासीन कहाता है ।

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