Adhyay : 7 Mantra : 193 Back to listings कुरुक्षेत्रांश्च मत्स्यांश्च पञ्चालाञ् शूरसेनजान् । दीर्घांल्लघूंश्चैव नरानग्रानीकेषु योजयेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related