Adhyay : 7 Mantra : 138 Back to listings कारुकाञ् शिल्पिनश्चैव शूद्रांस्चात्मोपजीविनः । एकैकं कारयेत्कर्म मासि मासि महीपतिः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related