Adhyay : 6 Mantra : 83 Back to listings अधियज्ञं ब्रह्म जपेदाधिदैविकं एव च । आध्यात्मिकं च सततं वेदान्ताभिहितं च यत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related