Adhyay : 6 Mantra : 77 Back to listings जराशोकसमाविष्टं रोगायतनं आतुरम् । रजस्वलं अनित्यं च भूतावासं इमं त्यजेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related