Adhyay : 6 Mantra : 24 Back to listings उपस्पृशंस्त्रिषवणं पितॄन्देवांश्च तर्पयेत् । तपश्चरंश्चोग्रतरं शोषयेद्देहं आत्मनः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related