प्रेते राजनि सज्योतिर्यस्य स्याद्विषये स्थितः । अश्रोत्रिये त्वहः कृत्स्नं अनूचाने तथा गुरौ

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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