Adhyay : 5 Mantra : 159 Back to listings अनेकानि सहस्राणि कुमारब्रह्मचारिणाम् । दिवं गतानि विप्राणां अकृत्वा कुलसंततिम् । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related