Adhyay : 5 Mantra : 156 Back to listings पाणिग्राहस्य साध्वी स्त्री जीवतो वा मृतस्य वा । पतिलोकं अभीप्सन्ती नाचरेत्किं चिदप्रियम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related