चैलवच्चर्मणां शुद्धिर्वैदलानां तथैव च । शाकमूलफलानां च धान्यवच्छुद्धिरिष्यते ।

चमड़े के बर्तनों की शुद्धि वस्त्रों के समान होती है बांस के पात्रों की शुद्धि भी उसी प्रकार होती है और शाक, कन्दमूल और फलों की शुद्धि अन्नों के समान जल में धोने से होती है ।

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