द्रवाणां चैव सर्वेषां शुद्धिरुत्पवनं स्मृतम् । प्रोक्षणं संहतानां च दारवाणां च तक्षणम् ।

सब घी, तैल आदि द्रव पदार्थों की शुद्धि छान लेने से और ठोस वस्तु जैसे लकड़ी की चैकी आदि की पोंछने से तथा लकड़ी के पात्रों की शुद्धि छीलने से मानी है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *