Adhyay : 5 Mantra : 114 Back to listings ताम्रायःकांस्यरैत्यानां त्रपुणः सीसकस्य च । शौचं यथार्हं कर्तव्यं क्षाराम्लोदकवारिभिः Leave a comment तांबा, लोहा, कांसा, पीतल, रांगा और सीसा, इनके बर्तनों की शुद्धि यथा आवश्यक राख, खट्टा, पानी और जल से करनी चाहिए । Related