Adhyay : 4 Mantra : 88 Back to listings तामिस्रं अन्धतामिस्रं महारौरवरौरवौ । नरकं कालसूत्रं च महानरकं एव च । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related