Adhyay : 4 Mantra : 62 Back to listings न भुञ्जीतोद्धृतस्नेहं नातिसौहित्यं आचरेत् । नातिप्रगे नातिसायं न सायं प्रातराशितः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related